September 18, 2011

एक बेरोजगार की आह...

क्यूँ पूछते हो मुझसे तुम ?
वही सवाल बार बार


बस थोडा थक गया हूँ,
नहीं मानी है पूरी हार

कल तक कहा 'चैम्प' मुझे

अब कहते हो,हूँ मैं बेकार

अब तकल्लुफ बस करो,
मत पूछो ये मुझसे यार

लो मैं ये खुद कहता हूँ,
हाँ ! हाँ ! हूँ मैं 'बेरोज़गार'.




--कात्यायन पाण्डेय "घायल"

4 comments:

  1. W: 61 P: 63 Words: Unknown..

    A special guest post by a special friend :)

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  2. Hehe. I know amd now checking out my own blog on the mobile. Mobile version isnt bad i would say!

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