ये अन्ना जी आज कल कुछ ज्यादा ही हीरो
बन रहे हैं| उन्होने सरकार की वाट लगा के रक्खी है| मुझसे ये बर्दाश्त नहीं
हो रहा (गर्रर...)| इसलिए मैंने अपनी सर्वलोकप्रिय सरकार के लिए काफी गहन
अध्यन के बाद १३ सूत्री फ़ॉर्मूला तैयार किया है:
- अन्ना जी ने सरकार को आतंकित कर रखा है| इसलिए उन्हें आतंकवादी घोषित करके पोटा जैसा कोई छोटा-मोटा कानून लगा दिया जाए| नॉन-स्टेट एक्टर तो वो पहले से ही हैं!
- क्यूंकि अन्ना जी ने देश की जनता को भ्रष्टाचारियों से अलग करने का प्रयत्न किया है इसलिए उन्हें अलगाववादी बताया जाए| ऐसा करने से हमारी "अनेकता में एकता" के सदियों पुरानी परम्परा पर गहरा घाव पड़ा है|
- सरकार अन्ना जी से भ्रष्टाचार की स्पेल्लिंग देश की हर भाषा में पूछे| जिस जिस भाषा में ना बता पायें उन्हें उस भाषा के लोगोँ के खिलाफ बताया जाए|
- परमपूजनीय मनीष तिवारी जी को अन्ना जी के खिलाफ रैली निकालने को कहा जाए| जिस तरह से उन्होने अन्ना जी को भ्रष्ट कहा है, मुझे लगता है की पूरे भारतवर्ष में उनसे ज्यादा साफ़ दिल नेता कोई है ही नहीं| जनता अवश्य साथ देगी|
- अमरीका और संघ परिवार से तो जनता मानी नहीं| अगर हम ये कह दें की अन्ना जी के पीछे पाकिस्तान का हाथ है तो मुझे पूरा भरोसा है की जनता जरूर मान जायेगी| हमारा पडोसी मुल्क और कब काम आएगा?
- सरकार अपने बिल का नाम "जन लोकपाल बिल" रख दे| फिर नाम को कॉपीराईट करवा ले| इस तरह से सरकार का काम भी हो जाएगा और लोगों को जन लोकपाल बिल भी मिल जाएगा!
- सरकार हर टीवी चैनल द्वारा हर समय सास बहु की जगह अन्ना की रसोई कार्यक्रम दिखवाये| इस तरह इस देश की आधी जनता वैसे ही अन्ना जी के खिलाफ हो जायेगी|
- सरकार अन्ना जी को पंजा लड़ाने का चेलेंज दे| जो जीत जाए उसका बिल पास हो| मुझे ज़रा भी संदेह नहीं है की ७ दिन भूका आदमी हार ही जाएगा (बशर्ते हमारे प्रधानमंत्री मैदान में ना उतरें)| अगर सरकार को पंजा लड़ना पसंद नहीं है तो गुल्ली डंडा, खो-खो, कबड्डी, कुश्ती, कंचे जैसे अनेको खेल हैं| अगर सरकार चाहे तो मैच फिक्स भी कर सकती है!
- सरकार (मुझ जैसे) बेरोजगार लोगोँ को नरेगा के तहत अन्ना जी के खिलाफ बोलने का काम दे दे| मैं पक्के तौर पे कह सकता हूँ की इस देश में बेरोजगारों की संख्या इमानदारों से कहीं ज्यादा है| हम अन्ना जी के साथ खड़े लोगोँ से ज्यादा बड़ा मोर्चा निकालेंगे|
- सरकार अन्ना जी का समर्थन कर रहे लोगोँ का राशन कार्ड रद्द कर दे तथा अन्ना जी का समर्थन करने वालोँ का भी भूख हड़ताल पर बैठना अनिवार्य कर दे| इस तरह से आज कल के नौजवान जो आज कल ज्यादा उछल, कल परसों में अपने आप शांत हो जायेंगे|
- सरकार अन्ना जी को वादा कर दे की अगर वो अपना अनशन वापस ले लें तो सौ-एक
दिनो में सरकार उनका बिल ले आएगी| सौ दिन हो जाने पर सरकार वादे से मुकर
जाए और फिर से अन्ना जी से सौ दिन का वादा करे| ऐसा करते करते सरकार अपना
कार्यकाल पूरा कर लेगी और लोग भी बार-बार प्रोटेस्ट करके बोर हो जायेंगे|
- सरकार अन्ना जी के साथ ही मिल जाए| फिर अन्ना जी किसके खिलाफ आवाज उठाएंगे| हेहेहे|
- इससे भी बढ़िया सरकार अन्ना जी को अपने में मिला ले| जनता वैसे भी हर मंत्री के खिलाफ है ;)
मुझे
पूर्ण विश्वास है की अगर सरकार इसे पूरी "इमानदारी" से अपनाएगी तो अन्ना जी
की हम जरूर झंड कर देंगे (अगर न कर पाए तो हमारी झंड हो जायेगी :( )
Hiii
ReplyDeleteWell A classic and one of most intelligent and effective stires I have read in my entire life.
Completly giving the effect it is posted to give.
Great work...
Thanks a lot mate. I don't know about the "most intelligent effective" but I tried my best :)
ReplyDeleteAnyway, the issue has gone far away from satirical. I am now really worried about what's happening.
क्या यार ये क्या है? मतलब क्या करना चाह रहे हो ? इतने गंभीर मुद्दे पर व्यंग कर रहे हो !!! सरकार तो अपनी ही ठान के बैठी है , किसी और की सुननी तो है उनने | खुद तो अपने घरो में बैठ कर आराम कर रहे है और आम जनता की वाट लगी पड़ी है |
ReplyDeletehahaha...i think the 6th one was too too clever...all were good..but that one took the cake..
ReplyDeleteapart from it 3rd and 4th were gems too. :D
Cool post!
@yogS: well mate, if u actually read it carefully u will feel that I have expressed my frustration here.
ReplyDeleteNow I could have written a "normal" post expressing my views about what I feel is happening (may be I will!), but that wouldn't have grabbed too many eye balls.
Humor always works, besides this was my first try in something like this (at least a full fledged try). (that too in Hindi! Yay!)
@PK: Now I read it again, I find it actually was a great one :D
ReplyDeleteI really am coo!!!
Hmm.. seems like u people didn't got the update for this one. Giving updates on social networking sites, doesn't seem to be working that much. So, may be I should post a comment everytime I post something new, so as to notify you directly via email.
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